बालों की समस्या एंव होम्योपैथी इलाज
सुन्दर लगने की चाह वैसे तो जन्मजात होती है पर युवावस्था में ये काफी ज्यादा हो जाती है। कुछ समय पहले तक लड़कियां ही सुन्दर दिखने के लिए तरह – तरह के यत्न करती थी। पर आज लड़के भी पीछे नहीं है। सदियों से बाल सुन्दरता का प्रतीक है।
मनुष्य के बाल न सिर्फ पूरे व्यक्तित्व को उभारते है बल्कि उसे आकर्षक भी बनाते है। लेकिन जब से स्वस्थ्य नहीं रहते तब अनेक समस्यायें होने लगती है। जैसे –
1. बालो का झड़ना व रूसी होना।
2. बालों मे खुजली होना।
3. बालों का रूखा होना।
4. असमय सफेद होना।
ये समस्यायें वातावरण में परिवर्तन के साथ बढ़ती जा रही है जिसका प्रमुख कारण वातावरण में प्रदूषण होना है एंव यह एक गम्भीर समस्या है तो भी कुछ अन्य कारण निम्न है।
1. पौष्टिक आहार की कमी – आज ‘फास्ट फूड का चलन बढ़ता जा रहा है जिसमें विभिन्न तरह केच्तमेमतअंजपवद मिले रहते है जिसके फलस्वरूप पर्याप्त पोषण के आभाव में शरीर कमजोर होने लगता है जिसका असर बालों पर भी पड़ता है।
2. मनोवैज्ञानिक – समाज में बढ़ती प्रतिस्पर्धा का माहौल युवाओं को मानसिक तनाव का शिकार बना रहा है। युवाओं के तनावग्रस्त होने पर असर बालों पर भी पड़ता है।
3. बालों पर रासायनों का उपयोग – आधुनिक युग में बालों को आकर्षक बनाने के लिए युवा अनेक तरह के हेयर डाइज, जेल, हेयर स्प्रे करते है। यह सब प्रायः रसायनों से बनते है। जो बालों पर लगाये जाने पर उन्हें कमजोर एंव शुष्क बनाते है।
4. संक्रमण : ज्यादातर लोगों का एकदम से बालों का कम होना शुरू हो जाते है। जगह-जगह से बाल गायब हो जाते ह। इसकी वजह एक तरह की फफूँद (फंगल) होती है।
5. अनुवांशिक – बालों का झड़ना अगर किसी परिवार वंशानुगत हैं तो इसका असर लड़कों पर अधिक पड़ता है।
होम्योपैथिक इलाज –
ज्यादातर लोग बालों की समस्या को आसानी से बीमारी के रूप में स्वीकार नहीं कर पाते तथा इसे मात्र सौन्दर्य सम्बन्धी समस्या मानकार भ्रमित होेते है। ब्यूटीपार्लर व कास्मेटिक ट्रीटमेन्ट का सहारा लेते है। जिसमे धन और समय दोनो नष्ट होता है और बीमारी बढ़ती जाती है। इस बीमारी का समुचित इलाज आवश्यक हैं जो कि होम्योपैथिक चिकित्सा पद्वति द्वारा सम्भव हैं अतः किसी कुशल होम्योपैथिक चिकित्सक को दिखाकर इसका पूर्ण रूप से इलाज कराकर अपने युवा अवस्था में बालों की वजह से आई हीनभावना से बाहर निकलना चाहिए। इलाज के साथ – साथ भोजन में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट विटामिन एंव खनिज पदार्थाे का पर्याप्त मात्रा में होना आवश्यक है। अण्डे फल, दूध, दही व पत्तेदार हरी सब्जियांँ आदि। शरीर में आवश्यक तत्वो की कमियो को दूर करके बालों को स्वस्थ्य रखने में सहायक होती है।