Blog Details

Chikungunya

बुखार के बाद जोड़ो में दर्द
विगत कुछ महीनों मे बुखार ने लोगों के जीवन में बदलाव ला दिया है। इस बुखार की वजह से सबसे ज्यादा जो परेशानी हुई है वो है जोड़ों मे दर्द, सूजन, अकड़न, उठने बैठने में दिक्कत जिसकी वजह से लोगों की जीवन शैली बदल गई। यूँ तो हर आयु वर्ग के लोग प्रभावित हुये लेकिन 40 साल के ऊपर क लोगों पर खास कर महिलाओं में इसकी ज्यादा दिक्कत नजर आई है। वैस तो बुखार के बाद और भी लक्षण लोगों मे प्रकट हुये जैसे त्वचा पर दाने होना, खुजली होना, भूख न लगना, मुँह में छाले होना, नींद न आना आदि।
कारण – बुखार के समय हमारे शरीर की रक्षा प्रणाली विभिन्न तरह के जीवाणुओं और विषाणुओं से लड़ने के लिए एण्टीबाडी बनाते है। जिसकी वजह से सूजन आ जाती है। वैसे तो कोई भी जोड़ इससे प्रभावित हो सकता है। लेकिन ज्यादातर लोगों की कलाई, उंगली, कोहनी, घुटने, एड़ी के जोड़ों से ज्यादा प्रभावित होते है।
क्या करें – चिकिन गुनिया आम बुखार नहीं है लेकिन इससे परेशान होने की जरूरत भी नहीं है। बुखार के समय ठीक से आराम करे। ठण्डी चीजों से बचें। जैसे बुखार समाप्त हो जाता है उसके बाद संतुलित आहार लें एंव धीरे-धीरे अपनी दिनचर्या में वापस आयें एंव धीरे-धीरे व्यायाम, सुबह की सैर शुरू करे। शुरूआत में सुबह उठकर चलने मे दिक्कत होगी जो नियमित व्यायाम से आराम हो जायेगा साथ में गरम सिकाई करें।
चिकित्सा – वैसे तो होम्योपैथी चिकित्सा में हर व्यक्ति को लक्षण के आधार पर विभिन्न औषधियां है, लेकिन अगर व्यक्ति चाहे लीडम पाल एंव रस टाक्स का सेवन करे और आराम न मिलने पर किसी योग्य होम्योपैथ से सम्पर्क कर सकते है।

Related Posts

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *